तू नहीं मिला तो खुदा सही
न द्वा मिली तो दुआ सही
इन फासलों ने हमें मगर
इश्क क्या है सिखा दिया
यूं तो मैं सबको अज़ीज़ था
कितनो के दिल के करीब था
पर चार दिन दुश्वरिओं ने
दोस्तों से मिला दिया
न द्वा मिली तो दुआ सही
इन फासलों ने हमें मगर
इश्क क्या है सिखा दिया
यूं तो मैं सबको अज़ीज़ था
कितनो के दिल के करीब था
पर चार दिन दुश्वरिओं ने
दोस्तों से मिला दिया
मैं तो बहोत दिलदार हु
शाहखर्च, शाहाना मिजाज़ हू
बस आटे-दाल के भाव ने
मुझे मोलभाव सिखा दिया
शाहखर्च, शाहाना मिजाज़ हू
बस आटे-दाल के भाव ने
मुझे मोलभाव सिखा दिया